संगीता वर्मा- परिवार नियोजन सेवाओं को बढावा देने के लिए मिशन की तरह काम कर रही हैं
संगीता वर्मा, वैसे तो पेशे से बाल विकास परियोजना अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र में तैनात हैं मगर परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति लोगों को प्रेरित करने एवं इससे सम्बंधित संदेशों को लोगों तक पहुंचाने में उनकी कोशिशों की जितनी भी तारीफ़ की जाये, कम हैं | संगीता का विवाह, जल्दी हो गया था | एक अच्छी बात यह थी कि संगीता की परवरिश बहुत ही सुलझे हुए वातावरण में हुई जिसकी वजह से उनकी सोच भी रुढ़िवादी नहीं थी | उस पर सोने पर सुहागा, उनके पति भी इसी विचारधारा के मिल गए |
इसका परिणाम यह हुआ कि दोनों ने आपसी समझदारी से परिवार नियोजन साधनों का प्रयोग किया और अपने दोनों बच्चों में समुचित अंतर रखा, साथ ही अपने परिवार को दो बच्चों तक सीमित करने का निर्णय लिया | जिस पद पर वो तैनात हैं, उसकी वजह से उन्हें महिलाओं से लगभग रोज़ ही मिलना पड़ता है, बैठकों में भाग भी लेना पड़ता है |
इन अवसरों को वो परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति लोगो को जागरूक करने के लिए इस्तेमाल करती हैं | वो महिलाओं को बताती हैं कि सीमित परिवार का क्या महत्व है, बड़े परिवार की समस्याएं भी उदहारण के साथ बताती हैं | संगीता ने बातचीत में बताया कि वो महिलाओं को समझाती हैं कि परिवार नियोजन से न केवल वे स्वस्थ रहेगी बल्कि इससे माताओं और शिशुओं का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी कमी आएगी |
संगीता, अब तक 12 से अधिक सामुदायिक बैठकें कर चुकी हैं, इन बैठकों में उन्होनो महिलाओं को परिवार नियोजन पर जागरूक किया है, साथ ही इससे सम्बंधित प्रश्नों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को भी शांत किया है | आंगनवाडी कार्यकर्तियों के साथ भी संगीता अब तक 6 बैठकें कर चुकी हैं और इन बैठकों में उन्होनें आंगनवाडी कार्यकर्तियों को समझाया है कि समुदाय को परिवार नियोजन सेवाओं के लिए किस तरह से प्रेरित करना चाहिए |
उनकी इन कोशिशों से अनेक महिलाओं ने परिवार नियोजन के साधनों को अपनाया है और विशेषकर, अंतराल विधियों को स्वीकार किया है |
संगीता का उद्देश्य है कि परिवार नियोजन सेवाओं द्वारा लोग सीमित परिवार रखें, बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य बेहतर हो और गाँव की महिलाएं विशेषकर, नई बहुएं परिवार नियोजन के साधनों को अपनाएँ |
अपने क्षेत्र में संगीता परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए एक चैंपियन की तरह काम कर रही हैं |