IND vs SA: वान डेर डुसेन ने श्रेयस अय्यर द्वारा उनका कैच छोड़ने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं खुशकिस्मत था कि मुझे जीवनदान मिला और मैं उसे भुना सका।
दक्षिण अफ्रीका ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में गुरुवार को हुए टी20 मुकाबले में भारत के 211 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया। अफ्रीका ने यह मैच पांच गेंदे रहते 7 विकेट से अपने नाम किया। अफ्रीका की इस जीत में डेविड मिलर और वान डेर डुसेन की शतकीय साझेदारी का बहुत बड़ा योगदान रहा। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज वान डेर डुसेन ने कहा कि आईपीएल में खेलने का उनके खिलाड़ियों को काफी फायदा मिला है और जीत में इसकी अहम भूमिका रही। वैन डेर डूसन ने पहले मैच में 46 गेंदों में नाबाद 75 रन बनाए।
33 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज डुसेन क्रीज पर आने के बाद रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आ रहे थे। इस बीच वह भाग्यशाली भी रहे, क्योंकि श्रेयस अय्यर ने 16वें ओवर में 29 रन के निजी स्कोर पर उनका कैच छोड़ दिया था।
वान डेर डुसेन ने कहा, “मैंने दबाव में महसूस किया, क्योंकि मुझे जल्दी बाउंड्री नहीं मिली, लेकिन मुझे लगता है कि यह इरादे या योजना की कमी के कारण नहीं था। कभी-कभी यह बस नहीं हो पाता है। मैं भाग्यशाली था, अगर श्रेयस उस गेंद को पकड़ लेता, तो यह एक अलग गेम हो सकता था।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए महत्वपूर्ण यह था कि जब उन्होंने कैच छोड़ा, तो लगा कि उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। क्योंकि यह एक ऐसा विकेट था, जहां कुछ देर क्रीज पर टिके रहने के बाद बल्लेबाजी करना आसान हो गया।”
उन्होंने कहा, ”निश्चित तौर पर दो महीने यहां रहने से हम हालात के अनुकूल जल्दी ढल सके। इसके साथ ही भारतीय गेंदबाजों के बारे में भी पता था तो रणनीति बनाने में मदद मिली।”
मिलर के साथ अपनी साझेदारी के बारे में उन्होंने कहा, ”डेविड ने आईपीएल वाली लय यहां भी जारी रखी और गेंदबाजों पर शुरू से दबाव बनाया। उसके आक्रामक खेलने से मुझे क्रीज पर जमने में मदद मिली। हमने स्ट्राइक रोटेट करते हुए पारी को आगे बढाया और अंत तक डटे रहे। मैं खुशकिस्मत था कि मुझे जीवनदान मिला और मैं उसे भुना सका।”
 
			



