संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने सोमवार को दुनिया पर परमाणु विनाश के खतरे की चेतावनी दी। उन्होंने कहा दुनिया परमाणु विनाश से मात्र एक गलती और एक गलत आकलन की दूरी पर है।
यूएन महासचिव ने 50 वर्ष पुरानी परमाणु अप्रसार संधि की समीक्षा की लंबे समय से लंबित उच्च स्तरीय बैठक में ये बात कही। अपनी बात में उन्होंने यूक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया और एशिया के विवादों में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के खतरे का उदाहरण दिया।
एंटोनियो गुटेरस ने क़ॉन्फ्रेंस में पहुंचे राजनयिकों, मंत्रियों और अधिकारियों और से कहा संधि की एक महीने चलने वाली समीक्षा बैठक हमारी सामूहिक शांति, सुरक्षा और शीत युद्ध के बाद परमाणु खतरे के नई ऊंचाई पर पहुंचने के मद्देनजर नाजुक समय पर हो रही है।
दुनियाभर के शस्त्रागारों में 13 हजार से ज्यादा परमाणु हथियार हैं। कई देश सुरक्षा के बनावटी अहसास के लिए सैकड़ों करोड़ डॉलर खर्च कर तबाही का सामान जुटा रहे हैं।
उन्होंने कॉन्फ्रेंस के हिस्सा लेने वालों से परमाणु हथियारों के प्रयोग के 77 साल पुराने नियम तत्काल लागू करने की बात कही। इसके अलावा इनकी पुष्टि करने तथा अस्त्र कम करने की दिशा में प्रयास करने के साथ दुनिया में तनाव कम करने कोशिश और परमाणु तकनीकी के शांतिपूर्ण इस्तेमाल को बढ़ावा देने की भी बात कही।
उन्होंने कहा यह बैठक बर्बादी टालने के उपाय सुनिश्चित करने के साथ परमाणु मुक्त विश्व के निर्माण की दिशा में बढ़ने का मौका है। अपने संवाद में उन्होंने ये भी जताया भू-राजनैतिक हथियार अपने चरम पर हैं। दुनियाभर के शस्त्रागारों में 13 हजार से ज्यादा परमाणु हथियार हैं। कई देश सुरक्षा के बनावटी अहसास के लिए सैकड़ों करोड़ डॉलर खर्च कर तबाही का सामान जुटा रहे हैं।
कोरिया तथा पश्चिम एशिया के तनाव का हवाला देते हुए महासचिव ने कहा कि आज परमाणु प्रसार रोकने के उपाय कमजोर हो रहे हैं। मध्य पूर्व से लेकर कोरिया प्रायद्वीप, रूस के युक्रेन पर आक्रमण तक परमाणु खतरे के बढ़ने के उदाहरण हैं।


















