सहारनपुर। सहारनपुर हिंसा में घायल हुए युवक प्रदीप चौहान ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है। शुक्रवार देर रात जैसे ही प्रदीप की मौत की खबर मिली तो एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आदित्य मिश्र सहारनपुर के लिए निकल पड़े। सुबह सर्किट हाउस पहुंचकर उन्होंने तीनो जिलो सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली के एसएसपी को बुला लिया। आईटीसी के गेस्ट हाउस में दो बजे तक मंडल के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की गोपनीय बैठक चल रही थी।
24 मई को लगी थी प्रदीप को गोली
सहारनपुर जिला अभी जातीय हिंसा की आग में जल रहा था और शब्बीरपुर में सुमित राणा और इसके बाद चन्दपुर में दलित आशीष की मौत हो चुकी थी। अभी पुलिस के लिए ये दोनों कांड चुनौती बने हुए हैं कि जनता रोड पर राजपूत बिरादरी के प्रदीप चौहान नाम के एक युवक को गोली मार दी गई।
हालांकि, इस घटना के सहारनपुर हिंसा से कोई सीधे तार नहीं जुड़ रहे थे लेकिन पुलिस ओर परिजन इस घटना का कोई अन्य कनेक्शन भी नहीं बता पाए। ऐसे में इस घटना को भी सहारनपुर हिंसा से ही जोड़ दिया गया। अब भीम आर्मी सेना के संस्थापक चन्द्र शेखर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पहले ही फूंक फूंक कर कदम रख रही थी और अब प्रदीप के मरने की खबर आ गई। इसके बाद पुलिस को और अधिक चौकसी बरतनी पड़ रही है।
मृतक के गांव में भारी पुलिस बल तैनात
मृतक प्रदीप चौहान का सब अभी सहारनपुर नहीं पहुंचा है चंडीगढ़ हायर सेंटर में उनका इलाज चल रहा था और अब उनके शव को सहारनपुर लाया जा रहा है। हालांकि एडीजी का कहना है कि वह सामान्य दौरे पर हैं लेकिन माना यही जा रहा है जिले के हालातों को देखते हुए एडीजी पहुंचे हैं।
मीटिंग में ये रहे मौजूद
एडीजी लॉ एंड आर्डर आदित्य मिश्र
कमिश्नर दीपक अग्रवाल
डीआईजी केएस मैनुएल
डीएम प्रदीप कुमार पांडेय
एसएसपी सहारनपुर बबलू कुमार
एसएसपी मुज़फ्फरनगर अनन्त देव
एसपी शामली अजय पाल शर्मा